1. अल्बर्ट आइंस्टाइन 3-4 वर्ष की उम्र तक ठीक से बोल भी नहीं पाते थे, साथ ही उनका दिमाग आम लोगों की तुलना में ज्यादा बडा था। डॉक्टर्स ने उन्हें मानसिक तौर पर विकलांग घोषित किया था। उनकी मौत के बाद पैथॉलॉजिस्ट ने उनके मस्तिष्क को शोध के लिए रखा था।
2. बचपन में उनके पसंदीदा विषय रेखागणित और दर्शनशास्त्र थे। एक बार पांच वर्ष की आयु में वह बीमार पडे तो उनके पिता ने उन्हें एक कंपास लाकर दिया, जिसने अल्बर्ट की जिंदगी बदल दी।
3. बुद्धि और ज्ञान से इतर अल्बर्ट के व्यक्तित्व का एक दिलचस्प पहलू यह था कि फुरसत के पलों में उनका पसंदीदा शौक था स्पोर्ट्स। अपने पठन-पाठन के बाद उन्हें कोई भी मानसिक कार्य करना नहीं भाता था। एक बार न्यूयॉर्क टाइम्स से उन्होंने साक्षात्कार में कहा था, जब एक बार मैं अपना कार्य समाप्त कर लेता हूं, मुझे ऐसा कोई काम अच्छा नहीं लगता, जिसमें दिमाग का काम होता हो।
4. लंबे समय तक यूनाइटेड स्टेट्स में रहने और दो भाषाओं के ज्ञान के बावजूद वह कभी अच्छी अंग्रेजी नहीं लिख पाए। उनकी लेखनी में वर्तनी और भाषा की कई खामियां निकलती थीं। अपने जर्मन स्वभाव को वह कभी नहीं छोड पाते थे।
5. आइंस्टाइन को सिगार पीना बहुत पसंद था। इतना कि एक बार वह नौका विहार के दौरान नदी में गिर गए और बाहर निकले तो पूरी तरह भीग चुके थे, लेकिन इस दौरान भी उन्होंने बडी हिफाजत से अपने पाइप को बचाए रखा। मॉन्ट्रियल स्मोकर्स क्लब के वह सदस्य थे। एक बार उन्होंने कहा था, सिगार पीने से दुनियादारी से जुडे या व्यावहारिक मामलों में सही नतीजों तक पहुंचने और शांत रह पाने में बहुत मदद मिलती है।
6. वह बहुत ही अयोग्य संगीतकार थे। चार्ली चैप्लिन की जीवनी में एक जगह आइंस्टाइन के संगीत प्रेम का उल्लेख आता है। वह अपनी किचन में जाकर वॉयलिन बजाते थे, खाली समय में मोजार्ट का संगीत सुनते थे, यानी संगीत से उन्हें दिली लगाव था और बचपन से बुढापे तक एक वॉयलिन उनके पास हमेशा रहा। लेकिन संगीत का ज्ञान उन्हें इतना कम था कि कई बार तो धुरंधरों के बीच में बैठकर भी बेसुरा संगीत आत्मविश्वास के साथ बजाते थे और लोगों की ओर दाद देने के लिए देखते। बाकी लोग हंसते, लेकिन उनकी पत्नी हमेशा उनकी हौसलाअफजाई करतीं।
7. एक बार अपने बचपन के बारे में बताते हुए वह बोले-मेरे पैर की अंगुलियां इतनी बडी थीं कि बचपन में हमेशा मेरे मोजे फट जाते थे। मैं इस बात से इतना क्षुब्ध हुआ कि आखिर में मोजे पहनना ही छोड दिया। आइंस्टाइन कुछ मूर्खतापूर्ण कार्य भी करते थे, मसलन किसी के सामने भी बहुत अच्छी तरह ड्रेस-अप होना उन्हें अच्छा नहीं लगता था। चाहे वे परिचितों के बीच में हों या अपरिचितों के बीच, उन्हें कोई फर्क नहीं पडता था।
8. महान साइंटिस्ट के संदर्भ में यह बात आश्चर्यजनक लगती है कि उन्हें साइंस फिक्शन सख्त नापसंद थे। बल्कि वह किसी को यह सब पढने को भी प्रोत्साहित नहीं करते थे। वह कहते थे, मैं भविष्य के बारे में कभी नहीं सोचता, वह तो आएगा ही, यही काफी है।
9. उनके व्यक्तित्व का एक बुरा सच यह है कि एक पति के रूप में आइंस्टाइन बहुत अच्छे और वफादार नहीं थे।विवाह के बारे में उनकी राय भी कुछ अच्छी नहीं थी। सभी विवाह खतरनाक होते हैं, वह अकसर कहा करते। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था - शादी महज एक घटना को पूर्णता तक पहुंचाने का विफल प्रयास है।
10. पशुओं से उन्हें बेहद लगाव था। घर में उन्होंने एक बिल्ली पाली थी, जो बरसात के समय में अवसादग्रस्त रहा करती। वह बिल्ली से कहते, मैं जानता हूं कि गलत हो रहा है, लेकिन मैं यह नहीं जानता कि इस बारिश को कैसे खत्म करूं।
11. महान वैज्ञानिक की स्मरण शक्ति बहुत खराब थी। व्यावहारिक दुनिया की बहुत सी बातें वे अक्सरहां भूल जाया करते थे। मसलन बच्चों का बर्थ डे या फिर कोई भी खास दिन। एक बार तो अपनी गर्ल फ्रेंड का बर्थ डे भी भूल गए। अगले दिन उन्होंने एक पत्र लिखकर इसकी माफी मांगी। उसमें लिखा-स्वीटहार्ट, पहले तो मेरी बधाइयां स्वीकारो अपने बीत चुके बर्थ डे के लिए...जो कल था और एक बार फिर मैं उसे भूल गया।